इंसानियत का जीता जागता उदाहरण हैंं फिल्मी हस्ती सलीम खान
हमारा देश भारत धर्मनिरपेक्ष देश है .यहां एक जाति विशेष की दम पर कोई व्यक्ति तरक्की भारत देश में नहीं कर सकता है. आज हम फिल्म जगत की महान हस्ती फिल्म लेखक निर्माता अभिनेता सलीम खान का जिक्र कर रहे हैं. उपर जो शीर्षक है उस परिवार के मानवीय पहलु को दृष्टि में रखकर लिखा गया जो परिवार एक गरीब हिंदु लड़की को फुटपाथ से उठाकर हिंदु संस्कारों के साथ पालन पोषण कर सकता उसकी शिक्षा से लेकर घर बसाने तक के सारे निर्वाहन एक पिता के रुप में कर सकता तो उसको और क्या कहेंगे.
सलीम खान का जन्म एक पठान खानदान में हुआ . इनके पिता इंदौर में मध्यप्रदेश में आई जी के सर्वोच्च पद पर आसीन रहकर देश की सेवा कर रहे थे . पुलिस विभाग में रहकर भी वे काफी अनुशासन प्रिय वह ईमानदार व्यक्ति हुआ करते थे , ऐसा इंदौर के निवासियों का कहना है . एक अनुशासन प्रिय ईमानदार पुलिस अफसर के यहां सलीम खान का जन्म हुआ किंतु सलीम खान बचपन से लेकर कॉलेज तक की कैरियर में उनका झुकाव कला व काफी सामाजिक कार्यों में भाग लेने का रहा था. सलीम खान अपनी मित्र मंडली में काफी सुंदर वह अच्छे स्वभाव के व्यक्ति माने जाते थे छात्र जीवन में उन्हें क्रिकेट , कला ,लेखन का शौक था . उनका यह शौक छात्र जीवन में दीवानगी की हद तक था. युवा अवस्था में एक शादी समारोह के दौरान एक व्यक्ति ने सलीम खान की खूबसूरती से प्रभावित होकर उन्हें फिल्मों में काम करने का प्रस्ताव रखा , अपना विजिटिंग कार्ड देते हुए कहा मुंबई आकर मुझसे जरूर मिलें मैं तुम्हें फिल्मों में ब्रेक दूंगा. उसी दिन से सलीम खान के मन में फिल्मों में जाने का विचार आया , काफी मंथन के बाद उन्होंने फैसला कर लिया कि वह मुंबई जाकर फिल्मों में अपना कैरियर बनाएंगे .परिवार को किसी तरह समझा-बुझाकर वह मुंबई रवाना हो गए . लेकिन परिवार की तरफ से यह हिदायत दी गई कि अपने कार्य को ईमानदारी से अंजाम देना, क्योंकि सलीम खान के परिवार का फिल्मों से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं था , इस कारण परिवार वाले उनके इस फैसले से परेशान अवश्य थे फिल्मों के लिए मुंबई में रहकर सलीम खान ने संघर्ष किया, संघर्ष के बाद अभिनेता के रूप में कई फिल्मों में अभिनय किया . इस अवधि में सलीम खान ने एक हिंदू लड़की से शादी कर ली यहां भी उन्होंने धर्मनिरपेक्ष होने का बहुत बड़ा सबूत दिया. शादी के बाद आज के सुपरस्टार सलमान खान का जन्म इंदौर मध्य प्रदेश में हुआ. सलमान का बचपन दादा व चाचा के यहां उनकी छत्रछाया में ही बीता युवावस्था में सलमान ने अपनी पढ़ाई सिंधिया स्कूल ग्वालियर में रहकर पूरी की , यहां पर वह अपने छोटे भाई अरबाज के साथ सिंधिया स्कूल में ही रहकर पढ़ाई किया करते थे , इस कारण खान परिवार का मध्य प्रदेश से बहुत गहरा रिश्ता है.
सलीम खान ने जावेद अख्तर के साथ मिलकर स्टोरी राइटर के रूप में कार्य प्रारंभ किया. अपनी प्रथम फिल्म जंजीर सलीम जावेद ने ही लिखी यह फिल्म बेहद मशहूर हुई एवं अमिताभ बच्चन को कैरियर का प्रथम सफलता इसी फिल्म से मिली अमिताभ बच्चन को एंग्री यंग मैन की इमेज में डालने का कार्य सलीम जावेद ने ही किया था. इस बात को पूरा देश जानता है , इसके बाद दीवार त्रिशूल शोले इत्यादि कई महत्वपूर्ण हिट फिल्मों का लेखन सलीम जावेद के द्वारा किया गया था. सलीम जावेद ने ही स्टोरी राइटर की कीमत फिल्म उद्योग में ऊंचे लेवल पर पहुंचाई थी, इसके पहले स्टोरी राइटर को फिल्मों में ज्यादा अहमियत नहीं दी जाती थी, किंतु सलीम जावेद ने इस मिथक को तोड़ा इसके अलावा उन्होंने कई फिल्मों का निर्माण भी किया जो काफी सफल फिल्मों में गिनी जाती हैं.सलीम खान धर्मनिरपेक्षता इंसानियत में विश्वास रखने वाले शख्स भारत में माने जाते हैं
एक अनाथ बच्ची को सड़क से उठाकर अपना नाम देकर बेटी की तरह पालन पोषण किया व उसको सारी सुविधाएं दी गई जो एक बच्ची को अपने पिता से मिलती हैं . यहां पर भी उन्होंने उस बच्ची का नाम हिंदू होने के कारण अर्पिता रखा एवं हिंदू रीति रिवाज से उसकी ब्राह्मण परिवार में शानदार शादी करवाई जो एक मिसाल कही जा सकती है , धर्मनिरपेक्ष इंसानियत की मिसाल सलीम खान प्रचार प्रसार में ज्यादा विश्वास नहीं करते.
सलीम खान ने यही संस्कार अपने बच्चों को दिए हैं दीपावली का त्यौहार भी अगर शानदार तरीके से मनाया जाता है तो ईद का त्यौहार भी उसी शानदार तरीके से मनाया जाता है, सलीम खान के घर में गणेश पूजन गणेश स्थापना विसर्जन इत्यादि कार्यक्रम धूमधाम से परिवार के साथ मनाए जाते हैं . ऐसी धर्मनिरपेक्षता की मिसाल कम ही देखने को मिलती है .
सलीम खान के बच्चों ने अपने माता पिता से संस्कार लेकर दरियादिली उन्हीं से सीखी है. सलमान खान ने अभिनय के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त कर सुपर स्टार के पद पर काबिज हैं . सलमान खान की दरियादिली किसी से छिपी नहीं है सलमान खान ने ह्यूमन विंग्स नामक एनजीओ का निर्माण करके उस एनजीओ की मदद से गरीब जरूरतमंद लोगों की असाध्य रोगों में वित्तीय मदद करने का बीड़ा उठाया है . अभी तक सैकड़ों लोगों को हृदय रोग किडनी रोग लीवर रोग किसी भी प्रकार की बीमारी में उनकी एनजीओ वित्तीय मदद कर गरीबों को सुविधा मुहैया कराती है. यह संस्कार सलमान को अपने माता पिता से विरासत में मिले हैं.
इसी प्रकार सलीम खान ने अपने कैरियर के समय में मशहूर नृत्यांगना हेलन से विधिवत विवाह करके अपनी पत्नी बनाया जो अपने आप में बेमिसाल कहा जा सकता है.
आज सलीम खान के परिवार की गिनती फिल्म इंडस्ट्रीज के मशहूर परिवारों में होती है यह परिवार दरियादिली व मदद करने के लिए प्रसिद्ध है .
ऐसे महान लेखक निर्माता अभिनेता सलीम खान को पद्म विभूषण जैसे उपाधि से भारत सरकार को नवाजना चाहिए ताकि देश का हर नागरिक विशेषकर धनी लोग उनसे शिक्षा लेकर जनहित के कार्यों में सलीम खान की तरह सहयोग करने का बीड़ा उठाएं हम भारत सरकार से यह अनुरोध करेंगे कि वह श्री सलीम खान को पद्म विभूषण जैसे महान उपाधि से सम्मानित करें.
[प्रधानसंपादक करुणेश शर्मा
की कलम से, सरकिट हाउस
के पीछे शिवपुरी म.प़.
मो.6264806398]
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