सिक्स सेंसेस बरवाड़ा फोर्ट रिसोर्ट से जुडी अनसुनी कहानी जहाँ कटरीना और विकी कौशल लेंगे सात फेरे।
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले से २५ किलो मीटर दूर अरावली की गोद में है सिक्स सेंसेस बरवाड़ा फोर्ट रिसोर्ट। यह एक लक्ज़री रिसोर्ट है जो की ७०० साल पुराने बरवाड़ा किले में बना हुआ है। यह फोर्ट अचानक तब चर्चा में आगया जब लोगों को पता चला की यहाँ पर कटरीना कैफ और विकी कौशल सात फेरे लेने वाले है इस रिसोर्ट में बार, लांच, स्पा व् स्विमिंग पूल जैसी तमाम सुवधाएं है लेकिन आपको ये जानकार हैरानी होगी की ये लक्ज़री रिसोर्ट २ साल पहले तक किसी भूतिया खंडर जैसा दीखता था। यह किला चौथ का बरवाड़ा नामक तहसील में स्थित है। इस तहसील का नाम चौथ माता के मंदिर के नाम पर रखा गया है। ये वही चौथ माता है जिनके नाम पर हर हिन्दू महिला करवा चौथ का व्रत रखती है। यह देश का एकलौता चौथ माता का मंदिर है कहते है की बरवाड़ा का किला चौदवी सदी में राजा भीम सिंह चौहान ने बनवाया थ। ऐसा कहा जाता है की खुद चौथ माता ने राजा भीम सिंह को सपने में आकर कई बार यहाँ मंदिर बनवाने का आदेश दिया लेकिन सुबह होते ही राजा सपना भूल जाया करते थे और इसी तरह कई वर्ष बीत गए। एक दिन राजा दिन ढलते वक्त शिकार के लिए निकले पर भयानक जानवरो का खतरा देखते हुए उनकी रानी रत्नावली ने उन्हें रोकने का प्रयास किया मगर राजा ने ये कहकर उन्हें मना कर दिया की चौहान एक बार घोड़े पर सवार होने के बाद शिकार करके ही नीचे उतरते है। इस तरह रानी की बात को दरकिनार करते हुए राजा भीम सिंह अपने सैनिकों के साथ घनघोर जंगलों की ओर चल पड़े। जंगल में राजा को एक हिरन दिखा जिसका पीछा करते करते राजा अपना रास्ता भटक गए फिर कुछ ही देर में रात हो गयी और अँधेरा हो गया और हिरन भी राजा की नज़रों से ओझल हो गय। अब भूख प्यास और डर के मारे इस घने जंगल में राजा बेहोश हो गए। उन्हें बेहोशी में ही चौथ माता की मूर्ति दिखाई दे रही थी फिर थोड़ी देर में भयानक बारिश होने लगी। बारिश की बूंदों की ठंडक से जब राजा को होश आया तब उन्होंने देखा की उनके चरों तरफ पानी ही पानी था। राजा ने पानी पीकर अपनी प्यास बुझाई फिर जब आगे बढ़ने के लिए राजा खड़ा हुआ तो उसे सामने एक छोटीसी लड़की नजर आयी। राजा ने उस कन्या से पुछा की तुम कौन हो और इस खतरनाक जंगल में अकेले क्या कर रही हो तब उस कन्या ने कहा की- हे राजन तुम ये बताओ की पानी पीकर तुम्हारी प्यास बुझी या नहीं। इतना कहने के बाद वह कन्या अपने असल देवी के रूप में आ गयी और राजा देवी माता के दर्शन पाकर उनके चरणों में गिर गया। राजा ने माता से प्रार्थना की के हे माता हम पर कृपा करें और हमेशा हमारे प्रांत में निवास करें इसके बाद देवी "तथास्तु" कहकर अदृश्य हो गयीं। इसके बाद में राजा को जंगल में ही देवी माता की एक मूर्ति प्राप्त हुई जिसे लाकर राजा ने बरवाड़ा में चौथ माता के मंदिर की स्थापना की। समय बदलता रहा और इस किले के राजा बदलते रहे लेकिन चौथ माता की कृपा सभी पर हमेशा बानी रही। करवा चौथ पर यहाँ पर महिलाएं माता के दर्शन करने आती है और अब तो यहाँ रिसोर्ट बनने के बाद से यह जगह सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन चुकी है। अरावली पर्वत की खूबसूरती यहाँ आने वाले सैलानियों का मन खूब लुभाती है।
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